आज हम अपने इस पोस्ट में बच्चों के लिए छोटी लघुकथा (Short Stories for Kids in Hindi) लेकर आये हैं। जिसको पढ़ने से न केवल उनका ज्ञानवर्धन हो बल्कि वो अपने जीवन में कुछ सीख सकें। आपको बता दें कि बच्चों में अच्छी कहानियों का काफी असर पड़ता है। जिसके माध्यम से उनमें हम अच्छी आदतों का विकास कर सकते हैं।
Short Stories for Kids in Hindi : निर्दयी जादूगर
एक व्यापारी की दाढ़ी बहुत लम्बी थी। सभी लोग उसे लम्बी दाढ़ी वाला बोलकर पुकारा करते थे। उसकी पत्नी कहीं खो गई थी और वह अपने पड़ोसी की बेटी सारा से विवाह करना चाहता था। कुछ दिनों बाद उसका विवाह बड़ी धूमधाम से सारा के साथ हो भी गया।
विवाह के कुछ दिन बाद ही उस लंबी दाढ़ी वाले आदमी को किसी काम से दूसरे प्रदेश जाना पड़ा।
उसने अपनी पत्नी से कहा। तुम इस घर की मालकीन हो इस घर की चाभी को अपने पास रखो। जब मैं ना रहू तो तुम अपनी सहेलियों को घर में बुला सकती हो, लेकिन छोटी चाबी से कोने वाला कमरा मत खोलना। उसमें जाना मना है। अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो तुम्हें कठोर सजा मिलेगी।
सारा अपने पति की डरावनी आंखें देख सहम गई। सारा ने वादा की वह उस कमरे को नही खोलेगी। जब उसका पती चला गया तो सारा ने अपनी सहेलियों को अपने घर बुला लिया। उन्हें अपने महंगे कपड़े और गहने दिखाने लगी।
सभी सहेलिया सारा का महल जैसा घर देखा तभी एक सहेली ने सारा को कहा तुमने हमें अपने घर के सारे कमरे को दिखाया पर उस कोने वाले कमरे को बंद क्यों कर रखा है? वहां क्या है?
सारा ने बताया की उस कमरे को खोलने की इजाजत उसके पति ने उसे नही दी है। यह सुनकर दूसरी सहेली ने सारा से कहा कमाल कि बात है। तुम इस घर की मालकिन होने के बावजूद तुम्हें कमरे खोलने की इजाजत नहीं हैं?
अगली सुबह सारा अकेले में यह सोच रही थी। उसके पति ने कोने वाले कमरे में क्या छुपा रखा है। जिसे वह नही दिखा सकता है।
सारा की इच्छा उस कमरे को देखने की ज्यादा बढ़ गयीं। उसने उस कमरे को खोलने का मन बना लिया। उसके बाद उसने चाबी ली और कोने वाले कमरे का गेट खोल दिया।
कमरे में कदम रखते ही सारा हैरान रह गई। वहां कांच का एक बड़ा सा संदूक रखा था। जिसमें बहुत से मेढ़क भरे हुए थे। उन मेढ़क में से एक मेढ़क ने उसे पुकारा और कहा, हम सभी लम्बी दाढ़ी वाले व्यापारी की पत्नियां है। हमने उसकी बात नही मानी तो सजा देते हुए उसने हमें मेढ़क बना दिया। वह एक दुष्ट जादुगर है। अब वह तुम्हें भी मेंढ़क बना देगा।
सारा डर के मारे कांप उठी और अपने कमरे की ओर भागी। तभी सारा ने देखा कमरे की छोटी चाबी का रंग बदल गया है। उसने उस चाबी को पानी से धोकर देखा तब भी चाबी का पहले की तरह नहीं हुआ। क्योंकि वह एक जादुई चाभी थी।
अगली सुबह सारा का पति घर वापस आ गया और घर की चाबियां वापस मांगी। सारा ने उसे चाबियों का गुच्छा वापस कर दिया। उसने देखा छोटी चाभी का रंग बदल गया है। उसने बोला मेरे मना करने के बावजूद तुमने मेरी बात नही मानी।
अब तुम्हारा भी वही हाल होगा जो मेरी पहले वाली सभी पत्नियों का हुआ था। तुम कितने निर्दयी इंसान हो तुम दुसरों को कितना कष्ट देते हो सारा ने गुस्से में कहा और घर से बाहर भाग गयीं।
जादूगर अपनी छड़ी धुमाते हुए सारा के पीछे उसे भी मेढ़क बनाने के लिए भागा।
तभी सारा की आवाज सुन सभी पड़ोसी और सारा के परिवार वाले वहां पहुंच गए। सारा ने जादूगर की सारी बातें सब को बता दी। सभी लोगों ने पीट-पीटकर जादूगर को मार डाला।
सारा ने उस छड़ी की मदद से सभी मेढ़क बनी औरतों को भी आजाद कर दिया। उसके बाद उन्होंने जादूगर की सारी धन-दौलत को आपस में बांट ली और सभी आराम से रहने लगे।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है किसी पर भी जल्दी भरोसा नही करना चाहिए। किसी से भी कोई रिश्ता बनाने से पहले उसकी पुरी तहकीकात करनी चाहिए।
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